Wednesday, 10 June 2009

ईश्वर बल है.........(१७ जून, २००१)



"तू  बना रहबर मेरा , राहों का गम मैं क्यूँ करुँ



अंजुमन अपनी हुई , खिदमत का अलम क्यूँ करुँ



पास तू गम या खुशी , तन्हाईयों से क्यूँ डरूं


रज्जाक तू मेरा खुदा , निवालों का मातम क्यूँ करुँ ?"